1. “बहुत अजीब है यह बंदिशें मोहब्बत की कोई किसी को बहुत टूट कर चाहता है, और कोई किसी को चाह कर टूट जाता है।”
2. “जाने क्यों दुनियां में ऐसा होता है, जो सब को ख़ुशी दे, वही क्यों रोता है, उम्र भर जो साथ ना दे सके वही ज़िंदगी का पहला प्यार क्यों होता है।”
3. “मेरे दिल के दर्द को किसने देखा है, मुझे बस मेरे खुदा ने तड़पते देखा है, हम तन्हाई में बैठे रोते हैं, लोगों ने हमे महफ़िल में हँसते देखा है।”
4. “आँसुओं की आवाज़ कुछ और होती है, दूरियों की आग कुछ और होती हैं, कौन चाहता है तुम से दूर रहना, मगर मज़बूरियों की बात कुछ और होती है।”
5. “किसी की चाहत में इतने पागल न हो हो सकता है वो आपकी मंज़िल न हो उसकी मुस्कुराहट को मोहब्बत न समझना हो सकता है मुस्कुराना उसकी आदत ही हो।”
6. “दर्द को न देखिये दर्द से दर्द को भी दर्द होता है, दर्द को भी ज़रुरत है प्यार की आखिर प्यार में दर्द ही तो हमदर्द होता है।”
7. “हँसी ने लबों पर आना छोड़ दिया ख्वाबों ने पलकों पे आना छोड़ दिया आती नहीं हैं तब से हिचकियाँ भी आप ने जब से याद करना छोड़ दिया।”
8. “दूरियों से फर्क पड़ता नहीं बात तो दिलों की नज़दीकियों से होती है दोस्ती तो कुछ आप जैसों से है वरना मुलाकात तो जाने कितनों से होती है।”
9. “दिल तोड़ना शायद उनकी आदत सी हो गयी है, वरना वो तो फूल भी नहीं तोड़ते थे आज हमसे दूर-दूर से रहते हैं वो एक वक़्त था जब साथ नहीं छोड़ते थे वो!”
10. “अपनी तो ज़िन्दगी है अजीब कहानी है, जिस चीज़ को चाहा वो चीज़ ही बेगानी है, हँसते भी है तो दुनिया को हँसाने के लिए वरना दुनिया डूब जाये इन आखों में इतना पानी है।”
11. “Ek Hi Shaks Se Matlab Tha. Wo Bhi Matlabi Nikla.”
12. “Takleef to Zindagi Deti Hai Maut ko to Log Vase hi Badnaam Karte Rehte Hai!”
13. “Dard to tab hua jab alvida kahte-kahte wo khud ro pari..”
14. “Kitne Anmol Hote Hain Yeh Yaado ke Rishte, Koi yaad na bhi kare, Chahat fir bhi Rehti hai!”
15. “Kaash tum mout hoti, Toh ek din jaroor meri hoti…!!”
16. “ Zindgi adhuri lagti hai jab apne koi rooth ta hai..”
17. “Mat puchh kaise guzar rahi h zindagi, Uss daur se guzar rahi hu jo guzarta hi nhi..!”
18. “Zindgi Kamal ki hai Garebo ko Mahal ke Supne Dikati Hai Jis Me Amiro ko Need nahi Ati!”
19. “Auron se to pyaar ka rishta bhi nahi tha.. Tum itne badal jaoge socha bi nai tha…”
20. “Dil ke dard kam ho jate jab Ma or Tum Hum Ho jate..!”
21. “कुछ अलग था कहने का अंदाज़ उनका कि सुना भी कुछ नहीं और कहा भी कुछ नहीं कुछ इस तरह बिखरे उनके प्यार में हम कि टूटा भी कुछ नहीं और बचा भी कुछ नहीं।”
22. “दूरियां ही दोस्तों को नजदीक लाती हैं दूरियां ही एक दूजे की याद दिलाती हैं दूर रहकर करीब है दोस्त कितना दूरियां ही इस बात का एहसास दिलाती हैं।”
23. “अपनी बेबसी पर आज रोना आया दूसरों को क्या मैंने तो अपनों को भी आजमाया हर दोस्त की तन्हाई हमेशा दूर की मैंने लेकिन खुद को हर मोड़ पर हमेशा अकेला पाया।”
24. “आज खुदा ने फिर पूछा तेरा हँसता चेहरा उदास क्यों है तेरी आँखों में प्यास क्यों है जिसके पास तेरे लिए वक़्त नहीं है वही तेरे लिए खास क्यों है!”
25. “सितारों को गिन कर दिखाना मुश्किल होता है किस्मत में जो लिखा हो उसे मिटाना मुश्किल है हमें आपकी ज़रूरत हो या ना हो पर अहमियत आपकी लफ़्ज़ों में जताना मुश्किल है।”
26. “बनाने वाले ने दिल कांच का बनाया होता तोड़ने वाले के हाथ में जख्म तो आया होता जब भी देखता वो अपने हाथों को उसे हमारा ख्याल तो आया होता।”
27. “आप पास रहो या दूर हम दिल से दिल की आवाज़ मिला सकते हैं ना ख़त के और ना फ़ोन के मोहताज़ हैं हम पर आपके दिल को एक हिचकी से हिला सकते हैं हम।”
28. “आज अरसे बाद जब सुनी उसकी आवाज़ तो लगा जैसे है वो मेरे दिल के ही पास जब आया होश टी तो नम हो गयी ये आँखें फिर एहसास हुआ कि कभी न पूरी होने वाली है ये आस।”
29. “ऐ दिल मत कर इतनी मोहब्बत तू किसी से इश्क़ में मिला दर्द तू सह नहीं पायेगा एक दिन टूट कर बिखर जायेगा अपनों के हाथों से किसने तोडा ये भी किसी से कह नहीं पायेगा।”
30. “दूरियां ही नज़दीक लाती हैं दूरियां ही एक-दूजे की याद दिलाती हैं दूर होकर भी कोई करीब है कितना दूरियां ही इस बात का एहसास दिलाती हैं।”
31. “दिल ने तेरे प्यार में मजबूर कर दिया इस जहां की हर ख़ुशी से हमें दूर कर दिया जिस कदर चाहा था तेरे पास आने को उस कदर दुनिया ने मुझे तुझसे दूर कर दिया।”
32. “दोस्ती में दूरियां तो आती रहती हैं फिर भी दोस्ती दिलों को मिला देती है वो दोस्ती ही क्या जो नाराज़ न हो पर सच्ची दोस्ती, दोस्तों को मना लेती है।”
33. “टूट जाये ख्वाब तो जुड़ने की आस क्या रखना पलकों के भीगने का हिसाब क्या रखना बस इसलिए मुस्कुरा देते हैं हम कि अपनी उदासी से किसी को उदास क्या रखना।”
34. “जिनको हमने चाहा इश्क़ की हदें तोड़ कर आज उसने देखा नहीं निगाह मोड़ कर ये जान कर बहुत दुख हुआ मुझे कि वो खुद भी तन्हा हो गये मुझे छोड़ कर।”
35. “मेरे दिल के दर्द को किसने देखा है मुझे बस खुदा ने तड़पते देखा है हम तन्हाई में बैठे रोते हैं लोगों ने हमें महफ़िल में हँसते देखा है।”
36. “कदमों की दूरी से दिलों के फांसले नहीं बढ़ते दूर होने से एहसास नहीं मरते कुछ कदमों का फांसला ही सही हमारे बीच लेकिन ऐसा कोई पल नहीं जब हम आपको याद नहीं करते।”
37. “आँखों के सागर में ये जलन है कैसी आज दिल को तड़पने की लगन है कैसी बर्फ की तरह पिघल जाएगी जिंदगी ये तेरी दूर रहने की कसम है कैसी।”
38. “महफ़िल में हँसना मेरा मिज़ाज़ बन गया तन्हाई में रोना एक राज़ बन गया दिल के दर्द को चेहरे से ज़ाहिर न होने दिया यही मेरे जीने का अंदाज़ बन गया।”
39. “जब निकलता है कोई दिल में बस जाने के बाद दर्द कितना होता है बिछड़ जाने के बाद जो पास होता है उसकी कदर नहीं होती कमी महसूस होती है दूर जाने के बाद।”
40. “कोई दूर है तो कोई पास है यह वक़्त-वक़्त की बात है हम तुम दूर हैं तो क्या हुआ आपकी चाहत की यादें तो हमेशा अपने साथ हैँ।”
41. “बहेंगी जब सर्द हवाएं हम खुद को तनहा पाएँगे एहसास तुम्हारे साथ का हम कैसे महसूस कर पाएँगे।”
42. “मौसम की तरह बदलना आता नही हमें पर हम आप को बदल के दिखायेंगे भले ही कितना मना लो हमें अब हम ना लौट कर वापस आयेंगे।”
43. “ना दूर मुझसे जाया करो, दिल तड़प जाता है हमेशा तेरे ख्यालों में दिन गुज़र जाता है दिल ने एक सवाल पूछा था तुमसे क्या दूर रहकर तुम्हें भी मेरा ख्याल आता है।”
44. “यह देखा है हमने खुद को आज़माकर धोखा देते हैं लोग करीब आ कर कहती है दुनिया पर दिल नहीं मानता कि छोड़ जाओगे तुम भी एक दिन अपना बनाकर।”
45. “तमाम उम्र ज़िंदगी से दूर रहे तेरी ख़ुशी के लिए तुझसे दूर रहे अब इस से बढ़कर वफ़ा की सज़ा क्या होगी कि तेरे होकर भी तुझसे दूर रहे।”
46. “जो जितना दूर होता है नज़रों से, उतना ही वो दिल के पास होता है, मुश्किल से भी जिसकी एक झलक देखने को ना मिले, वही ज़िंदगी मे सबसे ख़ास होता है|”
47. “कुछ पल जी लो, शायद हम फ़िर ना मिलें याद कर लो शायद फ़िर वक़्त ना मिले चले जाएंगे ज़िंदगी से इतनी दूर कि हकीकत में तो क्या शायद फ़िर सपनें में भी ना मिलें।”
48. “मोहब्बत हर इंसान को आज़माती है किसी से रूठ जाती है पर किसी पर मुस्कुराती है मोहब्बत खेल ही ऐसा है किसी का कुछ नही जाता किसी का सब कुछ चला जाता है।”
49. “ज़ख्म मेरा है दर्द मुझे होता है ज़माने में कौन किसका होता है उन्हें नींद नहीं आती जो मोहब्बत करते हैं जो दिल तोड़ता है वो चैन से सोता है।”
50. “यादों में हम रहें हमेशा यही एहसास रखना नज़रों से दूर पर दिल के पास रखना हम यह नहीं कहते कि साथ रहो दूर से ही पर दुआयों में याद रखना।”
51. “मौसम की तरह बदलना आता नही हमें पर हम आप को बदल के दिखायेंगे भले ही कितना मना लो हमें अब हम ना लौट कर वापस आयेंगे।”
52. “आपसे दूर जाने का इरादा भी ना था सदा साथ रहने का वादा भी ना था आप भुल जाओगे हमे ये तो जानते थे पर इतनी जल्दी भुल जाओगे ये अंदाजा ना था।”
53. “दूरियों की न परवाह कीजिए दिल जब भी पुकारे हमें बुला लीजिए हम ज़्यादा दूर नहीं आपसे बस अपनी आँखों को पलकों से मिला लीजिए।”
54. “अब तो यह चांदनी भी हमें जलाती है, भरी महफ़िल में भी तन्हाई हमें सताती है जब से दूर गए हो तुम हमसे हमारी आँखें हर पल दब-दबाती हैं।”
55. “भीगी पलकों के संग मुस्कुराते हैं हम पल-पल दिल को बहलाते हैं हम आप दूर हैं हमसे तो क्या हुआ हर सांस में आपकी आहट पाते हैं हम।”
56. “अभी कुछ दूरियां तो कुछ फांसले बाकी हैं, पल-पल सिमटती शाम से कुछ रौशनी बाकी है, हमें यकीन है कि कुछ ढूंढ़ता हुआ वो आयेगा ज़रूर अभी वो हौंसले और वो उम्मीदें बाकी हैं।”
57. “पत्थर की दुनिया जज़्बात नहीं समझती दिल में क्या है वो बात नहीं समझती तनहा तो चाँद भी सितारों के बीच में है पर चाँद का दर्द वो रात नहीं समझती।”
58. “दूरियां होते हुए भी सफर वही रहता है, कोई साथ न हो पर हमसफ़र वही रहता है, बहुत मुश्किल है ये सफ़र मोहब्बत का दूर होकर भी पास होने का एहसास वही रहता है।”
59. “तुम पास हो तो तुझपे प्यार आता है तुम दूर हो तो तेरा इंतज़ार सताता है क्या कहें इस दिल की हालत तुझसे दूर होकर दिल बेक़रार हो जाता है।”
60. “अगर ज़िद्द तुम्हारी रुठने की है तो हमारी ज़िद्द भी तुम्हें मनाने की है तुम लाख कोशिश करो हमसे दूर जाने की हमारी कोशिश बस ये दूरियां मिटाने की है।”
61. “रिश्तों में दूरियां तो आती रहती हैं फिर भी दूरियां दिलों को मिला देती हैं वो रिश्ता ही क्या जिसमें नाराज़गी ना हो पर सच्ची दोस्ती दोस्तों को मना लेती है।”
62. “दूरियां बहुत हैं मगर इतना समझ लो पास रह कर ही कोई ख़ास नहीं होता तुम इस कदर पास हो मेरे दिल के मुझे दूरियों का एहसास नहीं होता।”
63. “कुछ पल की ख़ुशी आपके साथ में थी ऐसी कोई लकीर हमारे हाथ में होती दूर रहकर भी आपको याद करते हैं हम शायद कोई बहुत प्यारी सी बात हमारी मुलाक़ात में थी।”
64. “हो सकता है कि हम साथ रह न पायें एक दूसरे से कभी कुछ कह न पायें मत बढ़ाओ इतनी नज़दीकियां तुम कि हम दूरियां फिर सह न पायें।”
65. “गलतियों से जुदा तु भी नहीं, मैं भी नहीं दोनों इंसान हैं, ख़ुदा तु भी नहीं, मैं भी नहीं गलतफहमियों ने कर दी दोनों में पैदा दूरियां वरना फितरत का बुरा तु भी नहीं था, मैं भी नहीं!”
66. “गिला आपसे नहीं कोई गिला अपनी मज़बूरियों से करते हैं आप आज हमारे करीब ना सही मोहब्बत तो हम आपकी दूरियों से भी करते हैं।”
67. “मुझे दर्द-ए-इश्क़ का मज़ा मालूम है, दर्द-ए-दिल की इन्तहा मालूम है, ज़िंदगी भर मुस्कुराने की दुआ मत देना मुझे पल भर मुस्कुराने की सज़ा मालूम है।”
68. “है अगर दूरियां बहुत तो इतना समझ लो कि पास रह कर भी कोई रिश्ता ख़ास नहीं होता हो तुम मेरे दिल के पास इतने कि दूर रह कर भी दूरियों का एहसास नहीं होता।”
69. “दूरियों से फर्क पड़ता नहीं है, बात तो दिलों की नज़दीकियों से होती है दोस्ती तो कुछ ख़ास आप जैसे से ही है, वरना मुलाक़ात ना जाने कितनों से होती है।”
70. “अब अगर जुबान से नाम लेते हैं, तो इन आँखों में आँसू आ जाते हैं, कभी घंटो बातें किया करते थे और अब एक लफ्ज़ के लिए तरस जाते हैं।”
71. “उस वक्त दिल कितना मजबूर होता है जब कोई किसी की यादों में चूर-चूर होता है रिश्ता क्या था, पता चलता है तब जब कोई निगाहों से बहुत दूर होता है।”
72. “जाने क्या मुझसे ज़माना चाहता है, मेरा दिल तोड़कर मुझे ही हँसाना चाहता है, जाने क्या बात झलकती है मेरे चेहरे से हर शख्स बस मुझे ही आज़माना चाहता है।”
73. “बहुत दूर मगर बहुत पास रहते हो आँखों से दूर मगर दिल के पास रहते हो मुझे बस इतना बता दो क्या तुम भी मेरे बिना उदास रहते हो!”
74. “एक वफ़ा को पाने की कोशिश में ज़ख़्मी होती हैं वफ़ाएं कितनी कितना मासूम सा लगता है लफ्ज़ मोहब्बत का और इस लफ्ज़ से मिलती हैं सजाएं कितनी।”
75. “मैं उससे दूर चला तो आया हूँ, मगर अभी तक उसे ना भूल पाया हूँ, जिक्र किस से करूँ तेरी वफाओं का मैं इस अजनबी शहर में भटकता साया हूँ।”
76. “सोचता हूँ कि अपने सारे अरमान भेज दूँ दुआओं में अपनी तुम्हारा नाम भेज दूँ दिन खिला और दिल को तुम याद आये तो सोचा कि प्यारा सा सलाम भेज दूँ।”
77. “बादल कितने खुशनसीब हैं, दूर रहकर भी ज़मीन पर बरसते हैं हम कितने बदनसीब हैं, पास रहकर भी मिलने को तरसते हैं।”
78. “दुनिया है पत्थर की जज़्बात नहीं समझती दिल में जो छुपी है वो बात नहीं समझती चाँद तनहा है तारो की इस बारात में दर्द मगर चाँद का ज़ालिम यह रात नहीं समझती।”
79. “सभी नगमे साज़ में गाए नहीं जाते सभी लोग महफ़िल में बुलाए नहीं जाते कुछ पास रहकर भी याद नहीं आते कुछ दूर रहकर भी भुलाए नहीं जाते।”
80. “अनजान थे हम अनजान ही रहने दो किसी की यादों में हमें पल पल यूँ ही मरने दो क्यों करते हो बदनाम लेकर नाम हमारा अब तो इस नाम को गुमनाम रहने दो।”
81. “वो जो हमारे लिए ख़ास होते हैं जिनके लिए दिल में एहसास होते हैं चाहे वक़्त कितना भी दूर कर दे उन्हें पर दूर रहकर भी वो दिल के पास होते हैं।”
82. “जब मिलने लगा उसकी मोहब्बत में सुकून फिर यूँ हुआ वो मेरा साथ छोड़ गया अभी बहुत बाकी थी हसरतें दिल में मगर वो शख्स अधूरी मुलाक़ात छोड़ गया।”
83. “ढलती शाम का खुला एहसास है मेरे दिल में तेरी जगह कुछ ख़ास है तुम दूर हो, ये मालूम है मुझे पर दिल कहता है तू यहीं मेरे आस-पास है।”
84. “ज़माने से सुना था कि मोहब्बत हार जाती है, जो चाहत एक तरफ हो वो चाहत हार जाती है, कहीं दुआ का एक लफ्ज़ असर कर जाता हैं, और कभी बरसों की इबादत भी हार जाती है।”
85. “दूरियां ही सही पर देरी तो नहीं इंतज़ार भला पर जुदाई तो नहीं मिलना बिछड़ना तो किस्मत है अपनी आखिर इंसान हैं हम फ़रिश्ते तो नहीं।”
86. “महफ़िल भी रोयेगी, हर दिल भी रोयेगा डूबी जो मेरी कश्ती तो साहिल भी रोयेगा इतना प्यार बिखेर देंगे हम इस दुनीया में कि मेरी मौत पे मेरा कातिल भी रोयेगा।”
87. “ना दूर मुझसे जाया करो, दिल तड़प जाता है, हमेशा तेरे ख्यालों में दिन गुज़र जाता है, दिल ने एक सवाल पूछा था तुमसे क्या दूर रह कर तुम्हें भी मेरा ख्याल आता है।”
88. “हर फूल की एक अजब कहानी है, चुप रहना भी प्यार की एक निशानी है, कहीं कोई ज़ख़्म तो नहीं फिर भी क्यों यह एहसास है, कि जैसे दिल का एक टुकड़ा आज भी उनके पास है।”
89. “तमाम उम्र ज़िंदगी से दूर रहें आपकी ख़ुशी के लिए अपनी ख़ुशी से दूर रहें अब इससे बढ़कर वफ़ा की सज़ा क्या होगी कि आपके होकर भी आपसे दूर रहे।”
90. “यह दुनिया पत्थर है जो जज़्बात नहीं समझती दिल में जो है छुपी वो बात नहीं समझती यह चाँद भी तनहा है तारों की बारात में दर्द मगर चाँद का ज़ालिम यह रात नहीं समझती।”
91. “काश वो पल संग बिताये न होते जिनको याद कर आज ये आँसू आये न होते अगर इस तरह उनको मुझसे दूर ले जाना था तो इतनी गहराई से दिल मिलाये न होते।”
92. “दरिया वफाओं का कभी रुकता नहीं मोहब्बत में इंसान कभी झुकता नहीं खामोश हैं हम उनकी ख़ुशी के लिए वो समझते हैं कि दिल हमारा दुखता ही नहीं।”
93. “देख ज़रा नाराज़ है कोई शख्स तेरे जाने से हो सके तो लौट आ किसी बहाने से तू लाख ख़फ़ा सही पर एक बार तो देख कोई टूट गया है तेरे दूर जाने से।”
94. “उसको चाहा तो बहुत मगर इज़हार करना नहीं आया कट गयी उम्र सारी मगर प्यार करना नहीं आया उसने कुछ माँगा भी तो माँग ली जुदाई हमसे हम करते भी क्या क्योंकि हमें इंकार करना नहीं आया।”
95. “तमाम उम्र ज़िंदगी से दूर रहे आपकी ख़ुशी के लिए अपनी ख़ुशी से दूर रहे अब इससे बढ़कर वफ़ा की सज़ा क्या होगी कि आपके होकर भी आप से दूर रहे।”
96. “तेरी याद में आंसुओं का समंदर बना लिया तन्हाई के शहर में अपना घर बना लिया सुना है लोग पूजते हैं पत्थर को इसलिए तुझसे जुदा होने के बाद दिल को पत्थर बना लिया।”
97. “ना दूर हमसे जाया करो, दिल तड़प जाता है, आपके ख्यालों में ही हमारा दिन गुज़र जाता है, पूछता है यह दिल एक सवाल आपसे कि क्या दूर रहकर भी आपको हमारा ख्याल आता है।”
98. “हमने भी किसी से प्यार किया था कम नहीं, बेशुमार किया था ज़िंदगी बदल गई थी तब उसने कहा कि पागल तू सच समझ बैठा, मैने तो मज़ाक किया था।”
99. “दूरियां ही दोस्तों को नज़दीक लाती हैं, दूरियां ही एक दूजे की याद दिलाती हैं, दूर रहकर है करीब दोस्त कितना दूरियां ही इस बात का एहसास दिलाती हैं।”
100. “ग़म में हँसने वालों को कभी रुलाया नहीं जाता लहरों से पानी को हटाया नहीं जाता होने वाले हो जाते हैं खुद ही दिल से जुदा किसी को जबर्दस्ती दिल में बसाया नहीं जाता।”
2. “जाने क्यों दुनियां में ऐसा होता है, जो सब को ख़ुशी दे, वही क्यों रोता है, उम्र भर जो साथ ना दे सके वही ज़िंदगी का पहला प्यार क्यों होता है।”
3. “मेरे दिल के दर्द को किसने देखा है, मुझे बस मेरे खुदा ने तड़पते देखा है, हम तन्हाई में बैठे रोते हैं, लोगों ने हमे महफ़िल में हँसते देखा है।”
4. “आँसुओं की आवाज़ कुछ और होती है, दूरियों की आग कुछ और होती हैं, कौन चाहता है तुम से दूर रहना, मगर मज़बूरियों की बात कुछ और होती है।”
5. “किसी की चाहत में इतने पागल न हो हो सकता है वो आपकी मंज़िल न हो उसकी मुस्कुराहट को मोहब्बत न समझना हो सकता है मुस्कुराना उसकी आदत ही हो।”
6. “दर्द को न देखिये दर्द से दर्द को भी दर्द होता है, दर्द को भी ज़रुरत है प्यार की आखिर प्यार में दर्द ही तो हमदर्द होता है।”
7. “हँसी ने लबों पर आना छोड़ दिया ख्वाबों ने पलकों पे आना छोड़ दिया आती नहीं हैं तब से हिचकियाँ भी आप ने जब से याद करना छोड़ दिया।”
8. “दूरियों से फर्क पड़ता नहीं बात तो दिलों की नज़दीकियों से होती है दोस्ती तो कुछ आप जैसों से है वरना मुलाकात तो जाने कितनों से होती है।”
9. “दिल तोड़ना शायद उनकी आदत सी हो गयी है, वरना वो तो फूल भी नहीं तोड़ते थे आज हमसे दूर-दूर से रहते हैं वो एक वक़्त था जब साथ नहीं छोड़ते थे वो!”
10. “अपनी तो ज़िन्दगी है अजीब कहानी है, जिस चीज़ को चाहा वो चीज़ ही बेगानी है, हँसते भी है तो दुनिया को हँसाने के लिए वरना दुनिया डूब जाये इन आखों में इतना पानी है।”
11. “Ek Hi Shaks Se Matlab Tha. Wo Bhi Matlabi Nikla.”
12. “Takleef to Zindagi Deti Hai Maut ko to Log Vase hi Badnaam Karte Rehte Hai!”
13. “Dard to tab hua jab alvida kahte-kahte wo khud ro pari..”
14. “Kitne Anmol Hote Hain Yeh Yaado ke Rishte, Koi yaad na bhi kare, Chahat fir bhi Rehti hai!”
15. “Kaash tum mout hoti, Toh ek din jaroor meri hoti…!!”
16. “ Zindgi adhuri lagti hai jab apne koi rooth ta hai..”
17. “Mat puchh kaise guzar rahi h zindagi, Uss daur se guzar rahi hu jo guzarta hi nhi..!”
18. “Zindgi Kamal ki hai Garebo ko Mahal ke Supne Dikati Hai Jis Me Amiro ko Need nahi Ati!”
19. “Auron se to pyaar ka rishta bhi nahi tha.. Tum itne badal jaoge socha bi nai tha…”
20. “Dil ke dard kam ho jate jab Ma or Tum Hum Ho jate..!”
21. “कुछ अलग था कहने का अंदाज़ उनका कि सुना भी कुछ नहीं और कहा भी कुछ नहीं कुछ इस तरह बिखरे उनके प्यार में हम कि टूटा भी कुछ नहीं और बचा भी कुछ नहीं।”
22. “दूरियां ही दोस्तों को नजदीक लाती हैं दूरियां ही एक दूजे की याद दिलाती हैं दूर रहकर करीब है दोस्त कितना दूरियां ही इस बात का एहसास दिलाती हैं।”
23. “अपनी बेबसी पर आज रोना आया दूसरों को क्या मैंने तो अपनों को भी आजमाया हर दोस्त की तन्हाई हमेशा दूर की मैंने लेकिन खुद को हर मोड़ पर हमेशा अकेला पाया।”
24. “आज खुदा ने फिर पूछा तेरा हँसता चेहरा उदास क्यों है तेरी आँखों में प्यास क्यों है जिसके पास तेरे लिए वक़्त नहीं है वही तेरे लिए खास क्यों है!”
25. “सितारों को गिन कर दिखाना मुश्किल होता है किस्मत में जो लिखा हो उसे मिटाना मुश्किल है हमें आपकी ज़रूरत हो या ना हो पर अहमियत आपकी लफ़्ज़ों में जताना मुश्किल है।”
26. “बनाने वाले ने दिल कांच का बनाया होता तोड़ने वाले के हाथ में जख्म तो आया होता जब भी देखता वो अपने हाथों को उसे हमारा ख्याल तो आया होता।”
27. “आप पास रहो या दूर हम दिल से दिल की आवाज़ मिला सकते हैं ना ख़त के और ना फ़ोन के मोहताज़ हैं हम पर आपके दिल को एक हिचकी से हिला सकते हैं हम।”
28. “आज अरसे बाद जब सुनी उसकी आवाज़ तो लगा जैसे है वो मेरे दिल के ही पास जब आया होश टी तो नम हो गयी ये आँखें फिर एहसास हुआ कि कभी न पूरी होने वाली है ये आस।”
29. “ऐ दिल मत कर इतनी मोहब्बत तू किसी से इश्क़ में मिला दर्द तू सह नहीं पायेगा एक दिन टूट कर बिखर जायेगा अपनों के हाथों से किसने तोडा ये भी किसी से कह नहीं पायेगा।”
30. “दूरियां ही नज़दीक लाती हैं दूरियां ही एक-दूजे की याद दिलाती हैं दूर होकर भी कोई करीब है कितना दूरियां ही इस बात का एहसास दिलाती हैं।”
31. “दिल ने तेरे प्यार में मजबूर कर दिया इस जहां की हर ख़ुशी से हमें दूर कर दिया जिस कदर चाहा था तेरे पास आने को उस कदर दुनिया ने मुझे तुझसे दूर कर दिया।”
32. “दोस्ती में दूरियां तो आती रहती हैं फिर भी दोस्ती दिलों को मिला देती है वो दोस्ती ही क्या जो नाराज़ न हो पर सच्ची दोस्ती, दोस्तों को मना लेती है।”
33. “टूट जाये ख्वाब तो जुड़ने की आस क्या रखना पलकों के भीगने का हिसाब क्या रखना बस इसलिए मुस्कुरा देते हैं हम कि अपनी उदासी से किसी को उदास क्या रखना।”
34. “जिनको हमने चाहा इश्क़ की हदें तोड़ कर आज उसने देखा नहीं निगाह मोड़ कर ये जान कर बहुत दुख हुआ मुझे कि वो खुद भी तन्हा हो गये मुझे छोड़ कर।”
35. “मेरे दिल के दर्द को किसने देखा है मुझे बस खुदा ने तड़पते देखा है हम तन्हाई में बैठे रोते हैं लोगों ने हमें महफ़िल में हँसते देखा है।”
36. “कदमों की दूरी से दिलों के फांसले नहीं बढ़ते दूर होने से एहसास नहीं मरते कुछ कदमों का फांसला ही सही हमारे बीच लेकिन ऐसा कोई पल नहीं जब हम आपको याद नहीं करते।”
37. “आँखों के सागर में ये जलन है कैसी आज दिल को तड़पने की लगन है कैसी बर्फ की तरह पिघल जाएगी जिंदगी ये तेरी दूर रहने की कसम है कैसी।”
38. “महफ़िल में हँसना मेरा मिज़ाज़ बन गया तन्हाई में रोना एक राज़ बन गया दिल के दर्द को चेहरे से ज़ाहिर न होने दिया यही मेरे जीने का अंदाज़ बन गया।”
39. “जब निकलता है कोई दिल में बस जाने के बाद दर्द कितना होता है बिछड़ जाने के बाद जो पास होता है उसकी कदर नहीं होती कमी महसूस होती है दूर जाने के बाद।”
40. “कोई दूर है तो कोई पास है यह वक़्त-वक़्त की बात है हम तुम दूर हैं तो क्या हुआ आपकी चाहत की यादें तो हमेशा अपने साथ हैँ।”
41. “बहेंगी जब सर्द हवाएं हम खुद को तनहा पाएँगे एहसास तुम्हारे साथ का हम कैसे महसूस कर पाएँगे।”
42. “मौसम की तरह बदलना आता नही हमें पर हम आप को बदल के दिखायेंगे भले ही कितना मना लो हमें अब हम ना लौट कर वापस आयेंगे।”
43. “ना दूर मुझसे जाया करो, दिल तड़प जाता है हमेशा तेरे ख्यालों में दिन गुज़र जाता है दिल ने एक सवाल पूछा था तुमसे क्या दूर रहकर तुम्हें भी मेरा ख्याल आता है।”
44. “यह देखा है हमने खुद को आज़माकर धोखा देते हैं लोग करीब आ कर कहती है दुनिया पर दिल नहीं मानता कि छोड़ जाओगे तुम भी एक दिन अपना बनाकर।”
45. “तमाम उम्र ज़िंदगी से दूर रहे तेरी ख़ुशी के लिए तुझसे दूर रहे अब इस से बढ़कर वफ़ा की सज़ा क्या होगी कि तेरे होकर भी तुझसे दूर रहे।”
46. “जो जितना दूर होता है नज़रों से, उतना ही वो दिल के पास होता है, मुश्किल से भी जिसकी एक झलक देखने को ना मिले, वही ज़िंदगी मे सबसे ख़ास होता है|”
47. “कुछ पल जी लो, शायद हम फ़िर ना मिलें याद कर लो शायद फ़िर वक़्त ना मिले चले जाएंगे ज़िंदगी से इतनी दूर कि हकीकत में तो क्या शायद फ़िर सपनें में भी ना मिलें।”
48. “मोहब्बत हर इंसान को आज़माती है किसी से रूठ जाती है पर किसी पर मुस्कुराती है मोहब्बत खेल ही ऐसा है किसी का कुछ नही जाता किसी का सब कुछ चला जाता है।”
49. “ज़ख्म मेरा है दर्द मुझे होता है ज़माने में कौन किसका होता है उन्हें नींद नहीं आती जो मोहब्बत करते हैं जो दिल तोड़ता है वो चैन से सोता है।”
50. “यादों में हम रहें हमेशा यही एहसास रखना नज़रों से दूर पर दिल के पास रखना हम यह नहीं कहते कि साथ रहो दूर से ही पर दुआयों में याद रखना।”
51. “मौसम की तरह बदलना आता नही हमें पर हम आप को बदल के दिखायेंगे भले ही कितना मना लो हमें अब हम ना लौट कर वापस आयेंगे।”
52. “आपसे दूर जाने का इरादा भी ना था सदा साथ रहने का वादा भी ना था आप भुल जाओगे हमे ये तो जानते थे पर इतनी जल्दी भुल जाओगे ये अंदाजा ना था।”
53. “दूरियों की न परवाह कीजिए दिल जब भी पुकारे हमें बुला लीजिए हम ज़्यादा दूर नहीं आपसे बस अपनी आँखों को पलकों से मिला लीजिए।”
54. “अब तो यह चांदनी भी हमें जलाती है, भरी महफ़िल में भी तन्हाई हमें सताती है जब से दूर गए हो तुम हमसे हमारी आँखें हर पल दब-दबाती हैं।”
55. “भीगी पलकों के संग मुस्कुराते हैं हम पल-पल दिल को बहलाते हैं हम आप दूर हैं हमसे तो क्या हुआ हर सांस में आपकी आहट पाते हैं हम।”
56. “अभी कुछ दूरियां तो कुछ फांसले बाकी हैं, पल-पल सिमटती शाम से कुछ रौशनी बाकी है, हमें यकीन है कि कुछ ढूंढ़ता हुआ वो आयेगा ज़रूर अभी वो हौंसले और वो उम्मीदें बाकी हैं।”
57. “पत्थर की दुनिया जज़्बात नहीं समझती दिल में क्या है वो बात नहीं समझती तनहा तो चाँद भी सितारों के बीच में है पर चाँद का दर्द वो रात नहीं समझती।”
58. “दूरियां होते हुए भी सफर वही रहता है, कोई साथ न हो पर हमसफ़र वही रहता है, बहुत मुश्किल है ये सफ़र मोहब्बत का दूर होकर भी पास होने का एहसास वही रहता है।”
59. “तुम पास हो तो तुझपे प्यार आता है तुम दूर हो तो तेरा इंतज़ार सताता है क्या कहें इस दिल की हालत तुझसे दूर होकर दिल बेक़रार हो जाता है।”
60. “अगर ज़िद्द तुम्हारी रुठने की है तो हमारी ज़िद्द भी तुम्हें मनाने की है तुम लाख कोशिश करो हमसे दूर जाने की हमारी कोशिश बस ये दूरियां मिटाने की है।”
61. “रिश्तों में दूरियां तो आती रहती हैं फिर भी दूरियां दिलों को मिला देती हैं वो रिश्ता ही क्या जिसमें नाराज़गी ना हो पर सच्ची दोस्ती दोस्तों को मना लेती है।”
62. “दूरियां बहुत हैं मगर इतना समझ लो पास रह कर ही कोई ख़ास नहीं होता तुम इस कदर पास हो मेरे दिल के मुझे दूरियों का एहसास नहीं होता।”
63. “कुछ पल की ख़ुशी आपके साथ में थी ऐसी कोई लकीर हमारे हाथ में होती दूर रहकर भी आपको याद करते हैं हम शायद कोई बहुत प्यारी सी बात हमारी मुलाक़ात में थी।”
64. “हो सकता है कि हम साथ रह न पायें एक दूसरे से कभी कुछ कह न पायें मत बढ़ाओ इतनी नज़दीकियां तुम कि हम दूरियां फिर सह न पायें।”
65. “गलतियों से जुदा तु भी नहीं, मैं भी नहीं दोनों इंसान हैं, ख़ुदा तु भी नहीं, मैं भी नहीं गलतफहमियों ने कर दी दोनों में पैदा दूरियां वरना फितरत का बुरा तु भी नहीं था, मैं भी नहीं!”
66. “गिला आपसे नहीं कोई गिला अपनी मज़बूरियों से करते हैं आप आज हमारे करीब ना सही मोहब्बत तो हम आपकी दूरियों से भी करते हैं।”
67. “मुझे दर्द-ए-इश्क़ का मज़ा मालूम है, दर्द-ए-दिल की इन्तहा मालूम है, ज़िंदगी भर मुस्कुराने की दुआ मत देना मुझे पल भर मुस्कुराने की सज़ा मालूम है।”
68. “है अगर दूरियां बहुत तो इतना समझ लो कि पास रह कर भी कोई रिश्ता ख़ास नहीं होता हो तुम मेरे दिल के पास इतने कि दूर रह कर भी दूरियों का एहसास नहीं होता।”
69. “दूरियों से फर्क पड़ता नहीं है, बात तो दिलों की नज़दीकियों से होती है दोस्ती तो कुछ ख़ास आप जैसे से ही है, वरना मुलाक़ात ना जाने कितनों से होती है।”
70. “अब अगर जुबान से नाम लेते हैं, तो इन आँखों में आँसू आ जाते हैं, कभी घंटो बातें किया करते थे और अब एक लफ्ज़ के लिए तरस जाते हैं।”
71. “उस वक्त दिल कितना मजबूर होता है जब कोई किसी की यादों में चूर-चूर होता है रिश्ता क्या था, पता चलता है तब जब कोई निगाहों से बहुत दूर होता है।”
72. “जाने क्या मुझसे ज़माना चाहता है, मेरा दिल तोड़कर मुझे ही हँसाना चाहता है, जाने क्या बात झलकती है मेरे चेहरे से हर शख्स बस मुझे ही आज़माना चाहता है।”
73. “बहुत दूर मगर बहुत पास रहते हो आँखों से दूर मगर दिल के पास रहते हो मुझे बस इतना बता दो क्या तुम भी मेरे बिना उदास रहते हो!”
74. “एक वफ़ा को पाने की कोशिश में ज़ख़्मी होती हैं वफ़ाएं कितनी कितना मासूम सा लगता है लफ्ज़ मोहब्बत का और इस लफ्ज़ से मिलती हैं सजाएं कितनी।”
75. “मैं उससे दूर चला तो आया हूँ, मगर अभी तक उसे ना भूल पाया हूँ, जिक्र किस से करूँ तेरी वफाओं का मैं इस अजनबी शहर में भटकता साया हूँ।”
76. “सोचता हूँ कि अपने सारे अरमान भेज दूँ दुआओं में अपनी तुम्हारा नाम भेज दूँ दिन खिला और दिल को तुम याद आये तो सोचा कि प्यारा सा सलाम भेज दूँ।”
77. “बादल कितने खुशनसीब हैं, दूर रहकर भी ज़मीन पर बरसते हैं हम कितने बदनसीब हैं, पास रहकर भी मिलने को तरसते हैं।”
78. “दुनिया है पत्थर की जज़्बात नहीं समझती दिल में जो छुपी है वो बात नहीं समझती चाँद तनहा है तारो की इस बारात में दर्द मगर चाँद का ज़ालिम यह रात नहीं समझती।”
79. “सभी नगमे साज़ में गाए नहीं जाते सभी लोग महफ़िल में बुलाए नहीं जाते कुछ पास रहकर भी याद नहीं आते कुछ दूर रहकर भी भुलाए नहीं जाते।”
80. “अनजान थे हम अनजान ही रहने दो किसी की यादों में हमें पल पल यूँ ही मरने दो क्यों करते हो बदनाम लेकर नाम हमारा अब तो इस नाम को गुमनाम रहने दो।”
81. “वो जो हमारे लिए ख़ास होते हैं जिनके लिए दिल में एहसास होते हैं चाहे वक़्त कितना भी दूर कर दे उन्हें पर दूर रहकर भी वो दिल के पास होते हैं।”
82. “जब मिलने लगा उसकी मोहब्बत में सुकून फिर यूँ हुआ वो मेरा साथ छोड़ गया अभी बहुत बाकी थी हसरतें दिल में मगर वो शख्स अधूरी मुलाक़ात छोड़ गया।”
83. “ढलती शाम का खुला एहसास है मेरे दिल में तेरी जगह कुछ ख़ास है तुम दूर हो, ये मालूम है मुझे पर दिल कहता है तू यहीं मेरे आस-पास है।”
84. “ज़माने से सुना था कि मोहब्बत हार जाती है, जो चाहत एक तरफ हो वो चाहत हार जाती है, कहीं दुआ का एक लफ्ज़ असर कर जाता हैं, और कभी बरसों की इबादत भी हार जाती है।”
85. “दूरियां ही सही पर देरी तो नहीं इंतज़ार भला पर जुदाई तो नहीं मिलना बिछड़ना तो किस्मत है अपनी आखिर इंसान हैं हम फ़रिश्ते तो नहीं।”
86. “महफ़िल भी रोयेगी, हर दिल भी रोयेगा डूबी जो मेरी कश्ती तो साहिल भी रोयेगा इतना प्यार बिखेर देंगे हम इस दुनीया में कि मेरी मौत पे मेरा कातिल भी रोयेगा।”
87. “ना दूर मुझसे जाया करो, दिल तड़प जाता है, हमेशा तेरे ख्यालों में दिन गुज़र जाता है, दिल ने एक सवाल पूछा था तुमसे क्या दूर रह कर तुम्हें भी मेरा ख्याल आता है।”
88. “हर फूल की एक अजब कहानी है, चुप रहना भी प्यार की एक निशानी है, कहीं कोई ज़ख़्म तो नहीं फिर भी क्यों यह एहसास है, कि जैसे दिल का एक टुकड़ा आज भी उनके पास है।”
89. “तमाम उम्र ज़िंदगी से दूर रहें आपकी ख़ुशी के लिए अपनी ख़ुशी से दूर रहें अब इससे बढ़कर वफ़ा की सज़ा क्या होगी कि आपके होकर भी आपसे दूर रहे।”
90. “यह दुनिया पत्थर है जो जज़्बात नहीं समझती दिल में जो है छुपी वो बात नहीं समझती यह चाँद भी तनहा है तारों की बारात में दर्द मगर चाँद का ज़ालिम यह रात नहीं समझती।”
91. “काश वो पल संग बिताये न होते जिनको याद कर आज ये आँसू आये न होते अगर इस तरह उनको मुझसे दूर ले जाना था तो इतनी गहराई से दिल मिलाये न होते।”
92. “दरिया वफाओं का कभी रुकता नहीं मोहब्बत में इंसान कभी झुकता नहीं खामोश हैं हम उनकी ख़ुशी के लिए वो समझते हैं कि दिल हमारा दुखता ही नहीं।”
93. “देख ज़रा नाराज़ है कोई शख्स तेरे जाने से हो सके तो लौट आ किसी बहाने से तू लाख ख़फ़ा सही पर एक बार तो देख कोई टूट गया है तेरे दूर जाने से।”
94. “उसको चाहा तो बहुत मगर इज़हार करना नहीं आया कट गयी उम्र सारी मगर प्यार करना नहीं आया उसने कुछ माँगा भी तो माँग ली जुदाई हमसे हम करते भी क्या क्योंकि हमें इंकार करना नहीं आया।”
95. “तमाम उम्र ज़िंदगी से दूर रहे आपकी ख़ुशी के लिए अपनी ख़ुशी से दूर रहे अब इससे बढ़कर वफ़ा की सज़ा क्या होगी कि आपके होकर भी आप से दूर रहे।”
96. “तेरी याद में आंसुओं का समंदर बना लिया तन्हाई के शहर में अपना घर बना लिया सुना है लोग पूजते हैं पत्थर को इसलिए तुझसे जुदा होने के बाद दिल को पत्थर बना लिया।”
97. “ना दूर हमसे जाया करो, दिल तड़प जाता है, आपके ख्यालों में ही हमारा दिन गुज़र जाता है, पूछता है यह दिल एक सवाल आपसे कि क्या दूर रहकर भी आपको हमारा ख्याल आता है।”
98. “हमने भी किसी से प्यार किया था कम नहीं, बेशुमार किया था ज़िंदगी बदल गई थी तब उसने कहा कि पागल तू सच समझ बैठा, मैने तो मज़ाक किया था।”
99. “दूरियां ही दोस्तों को नज़दीक लाती हैं, दूरियां ही एक दूजे की याद दिलाती हैं, दूर रहकर है करीब दोस्त कितना दूरियां ही इस बात का एहसास दिलाती हैं।”
100. “ग़म में हँसने वालों को कभी रुलाया नहीं जाता लहरों से पानी को हटाया नहीं जाता होने वाले हो जाते हैं खुद ही दिल से जुदा किसी को जबर्दस्ती दिल में बसाया नहीं जाता।”
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