साँवरे, जख्म हैं कि दिखते नहीं, मगर ये मत समझना की दुखते नहीं,
तेरे बिना जीये जा रहे हैं, माफ कर गुनाह किये जा रहे हैं, उम्मीद हैं साँवरा आएगा, इस लिए साँस लिए जा रहे हैं।
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