फूल बनकर मुस्कुराना ज़िन्दगी मुस्कुराके गम भुलाना ज़िन्दगी जीत कर कोई खुश हो तो क्या हुआ हार कर खुशियाँ मानना भी ज़िन्दगी
The post Phool bankar muskurana appeared first on LoveSove.com.
No comments:
Post a Comment